हिंदू धर्म की मान्यता अनुसार शरद पूर्णिमा पर आसमान से अमृत बरसता है
हिंदू धर्म की मान्यता अनुसार शरद पूर्णिमा पर आसमान से अमृत बरसता है इसी मान्यता को मानते हुए सकती के श्री राम मंदिर में हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी शरद पूर्णिमा के अवसर पर खीर बनाई गई और रात को उसे खुले आसमान के नीचे रखा गया इसके पीछे तर्क यह भी दिया जाता है
कि दूध में भरपूर मात्रा मैं लैक्टिक एसिड होता है और चांद की चमकदार रोशनी दूध में मौजूद बैक्टीरिया को बढ़ाने में सहायक होती है और खीर में मौजूद चावल में पाए जाने स्तर्च् भी इसमें मदद करता है और एक और मान्यता है कि शरद पूर्णिमा के दिन ही समुद्र मंथन में माँ लक्ष्मी की उत्पत्ति हुई थी इसीलिए इसे धनदायक भी माना जाता है इन्हीं मान्यताओं को मानते हुए कई थानों पर सार्वजनिक रूप से पूजन कर खीर का प्रसाद वितरण किया जाता है रात तथा सुबह श्री राम मंदिर में खीर का प्रसाद वितरण किया जाता है