हरेठी के काले धन की चोरी का जिन पार्ट 4






अरुण अग्रवाल का कहना था कि दिनांक 15 जनवरी को जो वह हर एक ही में खड़ा था उसका कारण था कि उसकी नौकरानी के घर में चोरी हुई परंतु शक्ति पुलिस द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार पूरे नवंबर माह में सिर्फ दो चोरियां ही हुई है जिसने जगन्नाथ पुरम शक्ति तथा दूसरी एक मोटरसाइकिल इससे स्पष्ट नजर आ रहा है कि मामला निश्चित तौर पर काले धन का है और काले धन की चोरी का है
दिनांक 9 नवंबर 2022 को नगर में कई प्रतिष्ठित लोगों की इनकम टैक्स की रेड पड़ी थी रेड समाप्त होने के बाद इसी बीच कुछ काले धन को नजदीकी ग्राम हरेठी में एक नौकरानी के घर में छुपा दिया गया था और वहां से उसमें से काफी रकम उस नौकरानी के किसी रिश्तेदार ने पार कर दी थी जिसकी चर्चा रेड समाप्त होने के बाद बहुत जबरदस्त ढंग से होने लग गई थी कुछ लोग इस बात को अफवाह बता रहे थे तो कुछ लोग सच्चाई कुछ सैकड़ों करोड़ों का मामला बता रहे थे कुछ लाखों का सब अलग किस्म की बातें चल रही थी परंतु सच्चाई सामने निकलकर नहीं आ पा रही थी यहां तक कि उस समय कुछ समाचार पत्र तथा वेबसाइट जहां चोरी के होने की समाचार चला रहे थे वहीं कुछ वेबसाइट और समाचार पत्र अरुण अग्रवाल के इस मामले को अफवाह बताते से पीछे नहीं हट रहे थे समय के साथ साथ बहुत सारी चीजें अब सामने आ चुकी है अगर ऐसी कोई घटना नहीं हुई थी तो अरुण अग्रवाल जैसा व्यक्ति कई घंटों हरेथी गांव में मुख्य सड़क पर क्या कर रहा था सवाल लोगों के दिमाग में है इस विषय पर अरुण कुमार से बात की गई तो उन्होंने बताया था कि उनके नौकरानी के घर में चोरी हुई है और के घर की चोरी के मामले में घंटों तक सड़क में खड़ा रहेगा और वहां स्थानीय तू ही गद्दे की दुकान वालों को धमकी देगा यह मामला भी गले से नहीं होता रहा है इसमें विशेष बात यह है कि जो दलील दे रहे उनकी नौकरानी के घर चोरी हुई चोरी की या उस प्रकार की किसी भी चोरी की कोई रिपोर्ट शक्ति पुलिस थाने में दर्ज नहीं है शक्ति पुलिस स्टेशन में पूरे नवंबर माह में चोरी की सिर्फ 2 शिकायतें दर्ज हुई है जिसमें एक जगन्नाथ पुरम शक्ति में चोरी की वारदात हुई है और एक मोटरसाइकिल की चोरी इसके अलावा पूरे नवंबर माह में शक्ति थाने में चोरी या नकबजनी का किसी भी प्रकार का कोई प्रकरण दर्ज नहीं है इसकी जानकारी सकती थाना ने लिखित में दी है अब अगर इतना ही गंभीर मामला था अरुणअग्रवाल स्वयं अपने भाई के साथ वह घंटों तक खड़ा रहा और रूई गद्दा दुकान वाले को धमकी तक दी तो उसकी रिपोर्ट क्यों नहीं कराई गई और अगर इतनी मामूली बात थी की रिपोर्ट दर्ज कराना जरूरी नहीं था तो घंटों वहां क्यों खड़े हुए इससे स्पष्ट नजर आ रहा है कि मामला दो नंबर के पैसों का था जिसकी रिपोर्ट भी दर्ज नहीं कराई गई और पैसा वापस हासिल भी कर लिया गया इसी मामले में एक मामूली सिपाही पर गाज गिरा कर पुलिस भी अपना पल्ला झाड़ चुकी है वैसे आपको बताते चलें की reportergiri.com के पास काफी सबूत इकट्ठे हो चुके हैं और धीरे-धीरे किस्तों में आपके सामने आते जाएंगे सिर्फ उंगलियां ही नहीं उठेंगे बल्कि वह सबूत भी सामने आएंगे जैसा ठोस सबूत आज सामने लाए हैं कि नवंबर माह में कोई चोरी नहीं हुई यह शक्ति थाना द्वारा लिखित में दिया गया है ऐसे ही लिखित तथा मौखिक रिकॉर्डिंग बहुत सारे सबूत reporter giri.com के पास है जो धीरे-धीरे आपके सामने पहुंचेंगे
