विधानसभा चुनाव के नजदीक आते ही नेता जी को याद आई जनता,अब पूर्व मंत्री का चलेगा हस्ताक्षर अभियान





सक्ती,,,छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के नजदीक आते ही सोए हुए नेताओ की नींद अब खुलने लगी है इनको अब उनके तारणहार जनता की याद और दुख दिखने लगे है,सक्ती जिले के चंद्रपुर विधानसभा सीट से पूर्व विधायक नोवेल वर्मा भी इन दिनों फिर से जनता के बीच जाने की तैयारी कर रहे है इसके लिए पूर्व मंत्री वर्मा ने हस्ताक्षर अभियान चलाने की सोची है जिसमे चिट फंड से ठगे लोगो के बीच जाकर उनकी सहनाभूति हासिल कर एक बार फिर अपनी किस्मत आजमाने जा रहे है,नोवेल वर्मा ने हस्ताक्षर अभियान के लिए बकायदा पॉम्पलेट भी छपवाया है जिसमे सरकार को भ्रष्ट एवं कमीशन खोर बताया गया है पूर्व की सरकार को भी राज्य में चिट फंड कंपनियों को बढ़ावा देने और गरीबों का पैसा लेकर भागने में सहयोग करने की बात लिखी है,पूर्व विधायक वर्मा ने मोर पैसा,मोर जमा पूंजी,वापस करो,वापस करो नारे के साथ हस्ताक्षर अभियान शुरू करने की तैयारी चल रही है। जबकि भी शक्ति में कुछ दिनों पूर्व हुई तोड़फोड़ के दौरान यह बिल्कुल खामोश रहे थे जिससे शक्ति की जनता में भी असंतोष है
पार्टी विरोधी कार्य के 6 साल के लिए हुए थे निष्कासित
आपको बतादे की पूर्व विधायक एवं अविभाजित मप्र में मंत्री रहे नोबेल वर्मा और उनकी पत्नी सुमन वर्मा को छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस ने पार्टी से 6 साल से निष्कासित कर दिया था। उन पर विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी के खिलाफ काम करने का आरोप था।वही नोवेल वर्मा चंद्रपुर सीट से खुद कांग्रेस की टिकट के दावेदार थे, लेकिन उन्हें मौका नहीं मिला। 2013 में उन्होंने एनसीपी से वापस कांग्रेस प्रवेश किया था। तब कांग्रेस ने उन्हें चुनाव के लिए टिकट दी थी लेकिन वे तीसरे नंबर पर आए थे। यहां पर भी उल्लेखनीय है कि उनके द्वारा छुपाए गए पंपलेट में ना तो वर्तमान में कांग्रेस के बड़े नेता सोनिया गांधी राहुल गांधी प्रियंका गांधी की फोटो है और ना ही राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता शरद पवार आदि की फोटो है।
