रिपोर्टरगिरी डॉट कॉम की खबर का असर शिव मंदिर को नहीं तोड़ने का लिया फैसला
जांजगीर – जिला मुख्यालय जांजगीर के नहरिया बाबा मार्ग पर स्थित शिव मंदिर को तोड़ने का नोटिस जल संसाधन विभाग द्वारा दिया गया था इसके बाद लोगों में इसका विरोध चालू हो गया सोशल मीडिया पर भी शिव मंदिर को नोटिस देने की बात पर काफी बवाल मचा आपके पसंदीदा वेबसाइट रिपोर्टरगिरी डॉट कॉम ने भी इस मुद्दे बड़ी जोर शोर से उठाते हुए इस पर 2 दिनों पूर्व “”प्रशिक्षु आईएएस की फटकार पड़ी तो भगवान को थमा दिया नोटिस”” हेडिंग से समाचार प्रकाशित किया था
लोगों के लगातार होते विरोध को देखते हुए जल संसाधन विभाग ने इस मंदिर को तोड़ने का फैसला वापस ले लिया है परंतु अन्य 45 लोगों को जो नोटिस दिया गया था उस पर जल्द कार्यवाही करने की बात की है इसमें भी एक विवाद की बात यह है कि नाहर की एक पार जा आम लोगों का निवास है उस तरफ के लोगों को नोटिस देकर तोड़फोड़ करने की कार्यवाही की करने की तैयारी चल रही है परंतु नहर के दूसरी तरफ जहां कांग्रेस तथा भाजपा के बड़े दिग्गज नेताओं के निवास है उस तरफ नजर डालने की हिम्मत भी जल संसाधन विभाग नहीं कर पा रहा है प्राप्त जानकारी के अनुसार नहर के किनारे ही जल संसाधन विभाग के ही एक पूर्व बड़े अधिकारी ने भी काफी बड़ी जमीन पर बेजा कब्जा कर रखा है परंतु जल संसाधन विभाग की नजर उस तरफ भी नहीं पड़ रही है आगे क्या और कैसे कार्यवाही होती है यह तो भविष्य की गोद में है परंतु शिव मंदिर को न छोड़ने का निर्णय लेकर जल संसाधन विभाग में एक काफी बड़े विवाद से तो खुद को बचाने की कोशिश जरूर की है जल संसाधन विभाग के ई ई सतीश सराफ ने कहा कि आस्था को देखते हुए पक्षियों मंदिर नहीं हटाया जाएगा बाकी 45 कब्जा धारियों को जल्द ही कब्जा हटाने के लिए राजस्व विभाग को पत्र लिखा जाएगा