हरेठी काले धन का जिन्न पार्ट 3हरेठी काले धन का जिन्न पार्ट 3




डेढ़ करोड़ वापस करने वाला गरीब झूठ बोल रहा है या डेढ़ करोड़ पाने वाला अमीर?
हरेठी के बहुत चर्चित काले धन की चोरी के बारे में लगातार कई बातें सामने आती जा रही है जिसमें से जिस इंसान के ऊपर चोरी करने का इल्जाम लगाया था वह इंसान का कहना है कि मैंने चोरी नहीं की मेरी ससुराल में जहां उस समय पर मैं रहता था वहां कई सूटकेस तथा पटियाला के रखी गई थी उसी समय नगर में कई स्थानों पर इनकम टैक्स की रेट चल रही थी इसलिए मैंने सोचा निवास मैंने पेटी खोलकर देखी और उसने इतने सारे पैसे देख कर मैं डर गया और डर के कारण में मैंने पैसे इधर-उधर छुपा दिए लेकिन जब लेने आए तो मैंने उन्हें पूरे एक करोड़ 50 लाख रुपए वापस कर दिए जिस पर उन्होंने मुझे कुछ दिनों के लिए शहर छोड़कर चले जाने के लिए कहा और ₹10000 भी दिए और साथ ही यह वायदा भी किया कि वापस आने पर तुम्हें ₹800000 नगद देंगे परंतु अब वापस आने पर किसी प्रकार का कोई रकम देने की बात नहीं की जा रही है ऐसा आरोप लगाया जा रहा है आखिर एक बात तो निश्चित है कि दोनों में से कोई ना कोई एक शख्स झूठ बोल रहा है या तो उन्होंने ऐसा वादा किया और नहीं निभाया है और या फिर वायदा किया ही नहीं किया था और पूरे पैसे बरामद कर लिए गए थे लेकिन यहां पर भी सवाल खड़ा होता है कि बिना किसी भी प्रकार की रिपोर्ट कि एक दूसरे के घर में हुई चोरी की रिपोर्ट के आधार पर न सिर्फ स्थानीय लोगों पर बल्कि पुलिस प्रशासन पर भी उंगली है इस मामले में शक्ति नगर के कई प्रतिष्ठित लोगों के नाम भी सामने आ रहे हैं साथ ही साथ एक पुलिस उच्चाधिकारी का भी नाम सामने आ रहा है मगर जांच कार्यवाही के नाम पर सिर्फ एक सिपाही का निलंबन कर अपने कर्तव्य की इतिश्री कर ली है अगर इस विषय पर तगड़ी जांच हो तो बहुत सारे मामले सामने आ सकते हैं क्योंकि जिसके ऊपर चोरी का इल्जाम लगाया गया है या जिस ने पैसे बरामद किए थे उसने बताया कि उसने सिर्फ दो लोहे की पेटियां तोड़ी गई जिसमें डेढ़ करोड़ रुपए थे बाकी 8-10 और सूटकेस वहां और रखे हुए थे उनमें क्या था मुझे नहीं मालूम इससे अनुमान होता है कि मामला न सिर्फ करोड़ों का है बल्कि अरबों का है
कि इस मामले में स्थानीय प्रशासन या प्रदेश या केंद्र स्तर के अधिकारी क्या किसी प्रकार की कोई कार्यवाही करेंगे यहां पर यहां पर उल्लेखनीय है कि इस घटना के बाद कुछ समाचार पत्र और वेबसाइटों में शक्ति के एक व्यक्ति के नाम से यह लिखा गया था कि उसका उस घटना से कोई वास्ता नहीं था जो कि स्पष्ट नजर आ रहा है कि इतनी सफाई सामने वाले को क्यों देनी पड़ रही है कि अपना नाम सामने लाकर सफाई दी गई है यह भी संदेश को जन्म दे रहा है अगर इसकी अच्छे से जांच होगी और जांच के साथ तह तक जाया जाएगा तो हनुमानता निश्चित तौर पर अरबों का मामला निकलने की पूरी संभावना है

