September 16, 2024

शील साहित्य परिषद के द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में
डॉक्टर रमाकांत सोनी सम्मानित हुए।

साहित्य के विभिन्न विधाओं को भी सम्मानित किया गया।

जांजगीर-चांपा न्यूज़। शरद पूर्णिमा के पावन अवसर पर शील साहित्य परिषद: जांजगीर के.व्दारा आयोजित समारोह में जांजगीर-चांपा विधानसभा क्षेत्र के विधायक नारायण प्रसाद चंदेल ने कहा कि साहित्यकारों के सम्मान से समाज में चेतना का नव संचार होता हैं।ख्यातिलब्ध गीतकार विनोद निगम ने कहा जिस विधा से जो अपनी कूची के माध्यम से साहित्य से जुड़े हुए हैं ऐसे साहित्यकारों के सम्मान से समाज एवं उन साहित्यकारों को ऊर्जा मिलती हैं। अध्यक्ष विजय कुमार दुबे ने स्वागत भाषण में साहित्यकारों के साहित्य रचना धर्मिता की प्रशंसा की।


डॉ रमाकांत सोनी ने कहा कि छत्तीसगढ़ी लोक साहित्य एवं लोक संस्कृति में अपार संभावनाएं हैं। शोधार्थी एवं साहित्यकारों के समन्वय से छत्तीसगढ़ी भाषा के भंडार को भरा जा सकता हैं।
उनके साहित्य अवदान को देखते हुए कंचन की नगरी: चांपा के डॉ रमाकांत सोनी को सम्मानित किया गया । डॉक्टर रमाकांत सोनी जी की नौवीं कृति “हाना जिनगी के गाना” में 1100 से अधिक छत्तीसगढ़ी लोकोत्तियों का अद्भुत संग्रह हैं। मज़े की बात यह है कि इस अद्भुत संग्रह में छत्तीसगढ़ी भाषा को प्रतिनिधित्व देते हुए सरगुजिहा हाना को भी स्थान दिया गया हैं, इसके अतिरिक्त उन्होंने अपनी कृति के अंत में बीस लोकोक्तियां ऐसे दिये गये हैं, जिनकी पृष्ठभूमि में कोई ना कोई कहानी अंतर्निहित हैं। डॉ रमाकांत सोनीजी हिंदी और छत्तीसगढ़ी में सन 1972 से सतत् साहित्य सृजन कर रहे हैं। वे एक ईमानदार लेखक के साथ-साथ सजग पत्रकार,सुलझें हुए संपादक, प्रबुद्ध समीक्षक, साहित्यिक, सांस्कृतिक और लोक साहित्य की विधाओं से जुड़े हुए एक संवेदनशील रचनाकार हैं। आप सामाजिक कार्यक्रमों में मंच संचालन, विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में आलेख, कविता एवं समीक्षा प्रकाशित होते रहे हैं। इसके अलावा अन्यान्य विधाओं के रचनाकारों को भी सम्मानित किया गया ‌सम्मान कार्यक्रम के पहले सत्र में उपस्थित कवियों ने अपनी रचनाओं से कविओं को आनंदित किया‌ साथ ही वरिष्ठ साहित्यकार विजय दुबे एवं वरिष्ठ साहित्यकार विजय कुमार राठौर की पुस्तक का लोकार्पण हुआ।साहित्यकार शशिभूषण सोनी ने बताया कि शील साहित्य परिषद, जांजगीर के द्वारा सम्मानित किये जाने पर साहित्यकारों में हर्ष व्याप्त हैं। लोगों ने उन्हें बधाई देते हुए सुदीर्घ जीवन एवं सुखी जीवन की कामना की हैं । अक्षर साहित्य परिषद एवं महादेवी महिला साहित्य समिति के सदस्यों ने भी हर्ष व्यक्त किया हैं। कार्यक्रम में सक्ती,बाराव्दार, चांपा, नैला, जांजगीर के साहित्य प्रेमी उपस्थित थे।

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