शरद पूर्णिमा पर काव्य संध्या एवं सम्मान समारोह का आयोजन•••••





जांजगीर-चांपा । अक्षर साहित्य परिषद एवं महादेवी महिला साहित्य समिति के संयुक्त तत्वावधान में शरद पूर्णिमा उत्सव नगरपालिका वाचनालय के सभागार में झरते अमृत कणों के साथ काव्य संध्या एवं सम्मान समारोह गरिमामय वातावरण में मनाया गया ।
इस अवसर पर मुख्य वक्ता डॉ रमाकांत सोनी ने कहा शरद पूर्णिमा चंद्रमा से झरते अमृतकणों का आनंदोत्सव है । इससे साहित्यकारों, संगीतकारों व कला विदों में नव चेतना व ऊर्जा का संचार होता है। संरक्षक कैलाश चंद्र अग्रवाल जी ने कहा कि शरद पूर्णिमा प्रकृति का सौम्या उत्सव है ऐसे ऋतु पर्व हमें प्रकृति से जुड़ने का संदेश देते हैं ।
अक्षर साहित्य परिषद के अध्यक्ष रामनारायण प्रधान ने कहा शीलसाहित्य परिषद जांजगीर द्वारा डॉ रमाकांत सोनी के लोक निधि सम्मान से सम्मानित होने से अक्षर साहित्य परिषद गौरवान्वित हुआ है । उन्होंने कहा कि शरद की उज्जवलता, निर्मलता व पवित्रता साहित्य की रम्यतम बनाने का संदेश है । महादेवी महिला साहित्य समिति की अध्यक्ष श्रीमती सुशीला सोनी ने कहा कि साहित्य में शरद सुषमा कालिदास की नववधू की तरह रमणीय है ।
कार्यक्रम का प्रारंभ मंचस्थ अतिथियों द्वारा मां शारदा के तैल चित्र समक्ष दीप प्रज्वलन, माल्यार्पण एवं पूजन अर्चन से हुआ । ततपश्चात मंचस्थ अतिथियों का स्वागत पुष्पहार से हुआ तदुपरांत परिषद के कर्मठ सदस्य सेवाभावी शिक्षक जन्मेजय साहू जी एवं श्रीमती सत्यभामा साव को शिक्षकीय दायित्व से सेवानिवृत्त होने पर तथा कलाविद अमृत लाल गुप्ता को क्रमशः अक्षर सम्मान, महादेवी सम्मान एवं अक्षर सम्मान ,शाल श्रीफल पुष्पहार एवं सम्मान पत्र से सम्मानित किया गया । परिषद के उपाध्यक्ष शशिभूषण सोनी ने स्वागत भाषण दिया । कार्यक्रम के प्रथम सत्र का संचालन श्रीमती अन्नपूर्णा सोनी ने किया ।कार्यक्रम के द्वितीय सत्र शरद काव्य संध्या में श्रीमती सुशीला सोनी, कविता थवाईत, गायत्री ठाकुर, सर्वश्री राम गोपाल गौरहा, बीएल महिलांगे जीवन लाल यादव, जन्मेजय साहू, महावीर प्रसाद सोनी, राजेश सोनी, जोगेंद्र देवांगन, संतोष देवांगन, सागर प्रधान ने अपनी सरस रचनाओं से श्रोताओं को रस विभोर किया । कार्यक्रम के द्वितीय चक्र का संचालन श्रीमती सरोजिनी सोनी एवं आभार रामनारायण प्रधान ने किया ।
