ए.सी.बी.बिलासपुर ने लोकपाल को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा ।
अमृत सरोवर निर्माण कार्य में अनियमितता के संबंध में की जा रही जांच को नस्तीबद्ध करने के लिए रिश्वत के रूप में मांग रहा था 25000रुपए ।
भ्रष्टाचार के विरुद्ध एसीबी /आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो द्वारा लगातार छेड़े जा रहे व्यापक अभियान के तारतम्य में दिनांक 12.09.24 को एसीबी इकाई बिलासपुर को गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले के गौरेला जनपद पंचायत में पदस्थ लोकपाल वेद प्रकाश पांडेय को 25000रुपए रिश्वत लेते हुए पकड़ने में सफलता हासिल हुई। प्राप्त जानकारी के अनुसार दिनांक 4.9..24को जनपद पंचायत गौरेला में पदस्थ कार्यक्रम अधिकारी रोशन शराफ के द्वारा एसीबी इकाई बिलासपुर में इस आशय की शिकायत की गई थी कि उसके क्षेत्राधिकार के ग्राम पंचायत कुड़कई में मनरेगा योजना के अंर्तगत बने अमृत सरोवर निर्माण कार्य में अनियमितता के संबंध में लोकपाल वेद प्रकाश पांडेय द्वारा जांच की जा रही है और जांच को नस्तीबद्ध करने के लिए आरोपी उससे 25000रुपए रिश्वत के रूप में मांग रहा है और वह उसे रिश्वत न देकर उसे रंगे हाथ पकड़वाना चाहता है जिस पर शिकायत का सत्यापन कराए जाने पर शिकायत कर्ता की शिकायत सही पाई गई जिस पर एसीबी बिलासपुर द्वारा आरोपी को ट्रैप करने की योजना बनाई जाकर आज प्रार्थी को रिश्वत रकम 25000रुपए सहित आरोपी को देने हेतु भेजा गया था जो प्रार्थी द्वारा मधुबन कॉलोनी गौरेला जाने वाली रोड में स्थित एटीएम के पास आरोपी को रिश्वत रकम देने का प्रयास करने पर आरोपी द्वारा प्रार्थी के चारपहिया वहां के भीतर में बैठकर रिश्वती रकम 25000रुपए को लिया गया।।उसी समय पहले से जाल बिछाए एसीबी की टीम द्वारा उसे पकड़ लिया गया ।पकड़े गए आरोपी वेद प्रकाश पांडेय पिता भुवन लाल पांडेय उम्र 51 वर्ष से रिश्वत की रकम 25000रुपए बरामद की जाकर एसीबी के द्वारा उसके विरुद्ध धारा 7 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 के तहत कार्यवाही की जा रही है तथा कार्यवाही उपरांत आरोपी को न्यायालय में पेश करने की कार्यवाही की जायेगी। ज्ञात हो कि आरोपी के विरुद्ध पूर्व में भी जनपद पंचायत गौरेला के कर्मचारियों ने रिश्वत मांगने पर कलेक्टर को शिकायत की थी।