February 6, 2025

अपने पूर्व अधिकारी को नोटिस थमाने कंपकंपाए हाथ, प्रशिक्षु आईएएस की डांट पड़ी तो भगवान को थमा दिया नोटिस

सुप्रीम कोर्ट से भी बड़े हो गए सिंचाई विभाग के अफसर नोटिस देकर जवाब मांगने की जगह दिया सीधा अतिक्रमण हटाने का आदेश

जांजगीर-चांपा- कुछ दिनों पहले सिंचाई विभाग के पूर्व कार्यपालन यंत्री द्वारा सिंचाई विभाग की बेशकीमती जमीन पर अतिक्रमण कर मकान एवं काम्पलेक्स बनाए जाने का मुद्दा मीडिया में जोर शोर से उछला तो अपने पूर्व अधिकारी को नोटिस देने के नाम से ही सिंचाई विभाग के अधिकारियों के हाथ कंपकंपाने लगे, अंत में उन्होंने नहर से संबंधित नक्शा गुम हो जाने की बात कहते हुए अपने हाथ खड़े कर दिए वहीं प्रशिक्षु आईएएस ने जब मुख्य नगर पालिका अधिकारी के प्रभार में रहते नहर किनारे स्थित लगभग आधा सैकड़ा घरों में पानी भरने पर सिंचाई विभाग के अधिकारियों को फटकार लगाई तो आनन फानन में नहर के एक ओर का नाम कर अधिकारियों ने 45 से ज्यादा लोगों को नोटिस थमा दिया, जिन लोगों के नाम से नोटिस जारी की गई है उनमें भगवान से लेकर मृत व्यक्ति तक का नाम शामिल है, खास बात यह है कि नहर के सिर्फ एक ओर की नाप सिंचाई विभाग के अधिकारियों के द्वारा कराई गई है, जिधर जिधर कांग्रेस भाजपा के बड़े नेताओं सहित सिंचाई विभाग के अधिकारियों का मकान है उस तरफ के लोगों को नोटिस देना तो दूर नाप करने की हिम्मत भी सिंचाई विभाग नहीं जुटा पाया है।

सिंचाई विभाग के पूर्व कार्यपालन यंत्री द्वारा आईबी रोड में नहर किनारे सिंचाई विभाग की बेशकीमती जमीन पर अतिक्रमण कर काम्पलेक्स और मकान निर्माण कर लिए जाने का मुद्दा कुछ समय पूर्व ही मीडिया में जोर शोर से उछला था। मामले ने जब ज्यादा तूल पकड़ा और सिंचाई विभाग के अधिकारियों पर कार्यवाही के लिए दबाव बनना प्रारंभ हुआ तो सिंचाई विभाग के अफसरों ने अपने पूर्व ईई के खिलाफ कार्यवाही करने से यह कहते हुए इंकार कर दिया था कि उनके पास का नक्शा गुम हो गया है इसलिए नहर किनारे कहां पर उनकी कितनी भूमि है इसका पता ही उन्हें नहीं है वहीं दूसरी ओर कुछ दिनों पूर्व मुख्य नगर पालिका अधिकारी का प्रभार संभालते समय प्रशिक्षु आईएएस रोमा श्रीवास्तव के पास जब नहर किनारे स्थिति कुछ मकानों में पानी भरने की जानकारी सामने आई तब मौके पर पंहुचकर उन्होंने सिंचाई विभाग के अफसरों को बुलाकर उन्हें फटकार लगाई तो आनन फानन में सिंचाई विभाग के अधिकारियों के द्वारा नहरिया बाबा रोड में नहर के एक ओर का नाप कर वहां के लोगों को नोटिस देने की कार्यवाही इन दिनों की जा रही है, कुछ दिनों पहले तक अपने ही विभाग के पूर्व कार्यपालन यंत्री के अतिक्रमण को जांचने सिंचाई विभाग के जिन अफसरों के पास नहर का नक्शा नहीं था उन अधिकारियों कर्मचारियों ने वार्ड नंबर 8 में स्थित शिव मंदिर के नाम से भगवान शंकर को भी नोटिस थमा दिया है। नहरिया बाबा मार्ग पर 45 से ज्यादा लोगों को सिंचाई विभाग के द्वारा नोटिस जारी किया गया है।

नोटिस में सुनवाई का समय नहीं सीधा हटाने का आदेश

देश का सबसे बड़ा न्यायालय सुप्रीम कोर्ट भी किसी मामले की सुनवाई करता है तो संबंधित आरोपी को दोषी ठहराने से पहले वह उन्हें सुनवाई का अवसर उपलब्ध कराता है वहीं दूसरी ओर सिंचाई विभाग के अफसर अपने आपको उससे भी बड़ा मानने लगे है यही वजह है कि उन्होंने सीधे सभी लोगों को दोषी ठहराते हुए उन्हें 7 दिवस के भीतर अतिक्रमण हटाने का फरमान जारी किया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

सुर्खियां