जांजगीर जिला अंतर्गत संचालित सरस्वती शिशु मंदिर के नगरीय विद्यालयों जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन





कार्यक्रम में जिले से 14 विद्यालयों के प्राचार्य, प्रधानाचार्य व लेखापाल व विद्यालय प्रबंध समिति के पदाधिकारी हुए शामिल
सक्ती – आज सरस्वरती शिशु मंदिर विद्यालयों की वर्तमान स्थिति उत्साहजनक नहीं है फलस्वरूप अपने विद्यालयों को सुनहरे अतीत तक पंहुचाने के लिए आप सभी विद्याभारती के समर्पित कार्यकर्ताओं को पुनः अभिभावकों तक जीवंत संपर्क स्थापित करना होगा तभी हम एक बार फिर समाज में संस्कारित शिक्षा के अलख को जगा सकेंगे- यह उद्गार सरस्वती शिशु मंदिर सक्ती के व्यवस्थापक व अधिवक्ता चितरंजय सिंह ने जांजगीर जिला अंतर्गत संचालित सरस्वती शिशु मंदिर के नगरीय विद्यालयों के प्रबंध समिति के अध्यक्ष, व्यवस्थापक व कोषाध्यक्ष तथा प्राचार्य- प्रधानाचार्य व लेखापाल के जिला स्तरीय कार्यशाला के प्रथम सत्र को संबोधित करते हुए व्यक्त किया।

सरस्वरती शिशु मंदिर के सभागार में आयोजित कार्यशाला के प्रथम सत्र में मंचस्थ अतिथिगणों ने पुष्प अर्पित व दीप प्रज्ज्वलित कर भारत माता व मां सरस्वरती का पूजन कर उद्घाटन किया पश्चात अश्वनी कश्यप लेखापाल के द्वारा सभी को विद्यालयों में लेखा संबंधी बारीकियों को समझाते हुए लेखा प्रबंध सुनिश्चित करने का आग्रह किया।
द्वितीय सत्र में प्रबन्ध समिति के पदाधिकारियों व कर्मचारियों की पृथक पृथक बैठके हुई जिसमें विद्यालय में पढ़ाई व अनुशासन आदि को लेकर विस्तार से चर्चा हुई वहीं समिति पदाधिकारीयों की बैठक में जिले के भीतर प्रबन्ध समितियों के साथ सामंजस्य के साथ विद्यालयों में अनुशासन सुनिश्चित करने पर बल दिया।
पश्चात तीसरे सत्र में संस्थान की ओर से जिला प्रतिनिधि रविन्द्र सराफ ने सभी सुझावों पर कार्यवाही करते हुए पालन सुनिश्चित करने शीघ्र पत्र जारी करने की बात कही।
इस अवसर पर विद्यालय प्रबंध समितियों से घांसीराम बंसल-बाराद्वार, शिव सोनी-केरा श्री कश्यप- बिर्रा आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किया। अंत में उपस्थित सभी लोगों ने आगामी बैठक जनवरी में आयोजित करने हेतु सहमति व्यक्त किया। कार्यक्रम में जिले से 14 विद्यालयों के प्राचार्य, प्रधानाचार्य व लेखापाल व विद्यालय प्रबंध समिति के पदाधिकारियों के गरिमामय उपस्थिति रही।
