अंग्रेजी शराब दुकान का कारनामा MRP 120/-बिक्री150/- में





शासन के निर्देश पर शासन के नियमो की उड़ रही धज्जियां
शासकीय दुकान में छूट पर अगर व्यापारी करे तो चोर
शक्ति – नगर की अंग्रेजी शराब दुकान में आज ₹120 एमआरपी की शराब को 150 रूपए में बेचा जा रहा था तथा बिल मांगने पर बिल भी नहीं दिया जा रहा है शराब दुकान के कर्मचारियों से पूछने पर उन्होंने बताया कि यह पुराने रेट का माल है वर्तमान में इस ब्रांड की कीमत ₹150 ही है परंतु पुरानी डेट का माल होने के कारण इसमें ₹120 प्रिंट है बाहर प्राइस लिस्ट पर इसकी कीमत 150 रूपए ही लिखी हुई है इसीलिए 150 रूपए में बेचा जा रहा है बिल न देने की बात पर कर्मचारियों का कहना था कि शासन के निर्देशानुसार यह माल ट्रांसफर में यहां आया है इसलिए इस माल का बिल नहीं कर सकता

इस संबंध पर जब आबकारी निरीक्षक श्री पटेल से चर्चा की गई तो उन्होंने भी कर्मचारियों की बात का समर्थन करते हुए इस बात को सही बताया कि वास्तव में कीमत 150 रुपए ही है और पुराना माल होने की वजह से एमआरपी 120 रूपए छपी हुई है बिल ना देने की बात पर भी उन्होंने कर्मचारियों का समर्थन किया परंतु यहां उल्लेखनीय है कि जहां शासन ही बिना बिल के कोई सामान नहीं खरीदने की बात करती है और नहीं खरीदने की बात करते हैं वही शासकीय कर्मचारी शासकीय दुकान पर बैठकर बिना बिल माल बेच रहे वह भी शासन के निर्देश पर और उससे भी बड़ी बात यह है कि जहां हर एक उपभोक्ता को जागरूक किया जाता है कि एमआरपी से 1 रूपए भी ज्यादा देकर सामान ना खरीदें वही शासकीय दुकान पर ही 25% ज्यादा दर पर सामान बेचा जा रहा है यह काम शासकीय दुकान में हो रहा है तो सही बताया जा रहा है परंतु अगर यही काम किसी व्यापारी द्वारा किया जाता तो उसे चोर साबित कर उसके खिलाफ कड़ी कार्यवाही कर दी जाती
