सक्ती मे मुस्लिम समुदाय के द्वारा किया गया ख्वाजा की छठी की फातहा और आम लंगर
अजमेर स्थित विश्व प्रसिद्घ सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह पर सालाना रुप से मनाए जाने वाले उर्स को लेकर लोगो मे काफी उत्साह रहता है.उर्स में शामिल होने के लिए सब लोगो की ख्वाईश होती है लेकिन हर कोई नही जा पाता है, ऐसी मान्यता ह की जिसे ख़्वाजा बुलाते है वही जा पाता है. उर्स के दौरान भारत ही नहीं, बल्कि विभिन्न देशों के जायरीन अजमेर पहुंचकर दरगाह में हाजिरी लगाते हैं. यह जायरीन किसी भी धर्म और जाति के हो सकते है. यह उर्स इस्लामी कैलेंडर के अनुसार रजब माह में पहली से छठी तारीख तक मनाया जाता है. छठी तारीख को ही ख्वाज़ा साहब की पुण्यतिथि मनायी जाती है, इस बार छठी 8 फरवरी को पड़ी, सक्ती मे भी मुस्लिम समुदाय के द्वारा छठी की फातहा की गई और आम लंगर किया गया,करीब 70 किलो चावल का लंगर बनाया गया था, लंगर बनाने के बाद फातहा की गई, लंगर सभी समुदाय के लोगो मे तकसीम की गई, फातिहा मे दुआ के दौरान हाजी मुनव्वर वारसी और हाजी कलाम खान ने देश की तरक्की, खुशहाली व दुनिया में सब के अमन के लिए दुआ मांगी,आम लंगर के कार्यक्रम मे शम्स तबरेज,शकील खान, राजा खान, जावेद खान, अलीम करीम, रज्जब अली, वसीम खान, दानिश, रूस्तम,रज्जाक अली,अजलाल, अनीस, समसाद, सलमान, फरीद, बिलाल, मेहबूब, नवशाद, नईम, इमरान,अहमद ने भाग लिया