मयखाना बना बंधवा सागर तालाब, चखना सेंटर की महंगाई के कारण दूसरा ठिकाना ढूंढ रहे लोग।





सक्ति–छत्तीसगढ़ शासन द्वारा शराब दुकान के नजदीकी चकना सेंटर आवंटित किए गए हैं ताकि लोग इधर-उधर शराब पीने के बजाय एक निश्चित स्थान पर शराब पिए लेकिन शासन द्वारा निर्धारित चकना सेंटर में हद से ज्यादा महंगा समान होने के कारण लोग अलग-अलग स्थान पर मदिरा का सेवन कर रहे हैं जिसमें तालाब के घाट जो की सुबह के बाद अक्सर सुने रहते हैं को प्रमुख तौर पर निशाना बना कर मदिरालय बना दिया गया है

इसी क्रम में नगर के सबसे प्रमुख तालाब बंधवा सागर तालाब के घाटों को खासतौर पर निशाना बनाया गया है बंधवा तालाब के लगभग हर घाट पर आपको शराबियों के निशान मिल जाएंगे खाली बोतल डिस्पोजल तथा नमकीन के खाली पाउच आपको हर घाट पर मिलेंगे विशेष बात यह है की बंधवा तालाब से लगा हुआ जो मार्ग है वह नजदीकी ग्राम बोरदा सकरेली सरवानी आदि जाने के लिए शॉर्टकट के तौर पर ग्रामीणों द्वारा काफी उपयोग किया जाता है परंतु उनकी किसी भी प्रकार की कोई परवाह किए बिना शराब प्रेमी अपनी धुन में मस्त रहते हुए खुले घाट में भी शराब का सेवन करने से बाज नहीं आते।

ज्ञात हो कि जो डिस्पोजल गिलास खुले बाजार में 70 पैसे से ₹1 के बीच मिलता है वही डिस्पोजल गिलास शासन द्वारा निर्धारित चखना सेंटर में 5 रूपए में एक नग मिल रहा है जहां खुले बाजार में पानी पाउच की कीमत भी वही 70 पैसे से ₹1 के बीच है वही पानी पाउच शासन द्वारा निर्धारित चकना सेंटर में 5 रूपए में मिल रही है इन सब महंगाईयों से भी परेशान होकर मदिरा प्रेमियों द्वारा तथस्त स्थानों का उपयोग मदिरा सेवन के लिए किया जा रहा है। अवैध शराब पर बड़ी-बड़ी कार्यवाहियां करने का दावा करने वाली शक्ति पुलिस इस मामले पर क्यों मौन है इसका अंदाजा नहीं लगाया जा सकता।

यहां उल्लेखनीय है कि डिस्पोजल गिलास जो की प्लास्टिक से निर्मित है प्रतिबंधित है परंतु उसके बाद भी शासकीय चखना केंद्र तथा खुले बाजार में मदिरा सेवन के लिए इसकी बिक्री धडल्ले से हो रही है इस पर भी किसी प्रकार की कोई कार्यवाही होती नजर नहीं आ रही है।
