सौहार्द्र, समरसता और सद्भाव के साथ आगे आएं तो निश्चित है पुनः विश्व गुरु बनना -मोहन भागवत





हम सभी हिन्दु जन सौहार्द्र, समरसता और सद्भाव के साथ आगे आएं तो निश्चित है हम पुनः विश्व गुरु के सम्मान को अर्जित करेंगे यह बात कहते हुये सर संघचालक मोहन भागवत ने छत्तीसगढ़ के हरिहर केदारनाथ (मदकू द्वीप) में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के त्रिदिवसीय प्रांतीय घोष प्रशिक्षण वर्ग का समापन अवसर पर आर्शीवचन दिया। इसके पूर्व प्रशिक्षार्थियों ने घोष का लयबद्धता के साथ प्रदर्शन कर लोगों का मन मोह लिया।
इस प्रशिक्षण वर्ग के समापन अवसर पर प्रदेश के विभिन्न स्थानों से संघ के स्वयंसेवक व अनुसांगिक संगठनों के कार्यकर्ता हजारों की संख्या में शामिल हुए।जिनमें सक्ती नगर से राम अवतार अग्रवाल, चितरंजय सिंह, अधिवक्ता , चिराग अग्रवाल, ओम प्रकाश राठौर, चिरंजीव, हेमेंद्र, अजित उपाध्याय सहित अनेकों स्वयंसेवक बंधु शामिल हो कर हरिहर केदारनाथ तीर्थ क्षेत्र में स्थापित अष्टभुजी गणेश जी के दुर्लभ मूर्ति का दर्शन लाभ लिया ।
दिन प्रतिदिन पर्यटन स्थल के रूप में विकसित हो रहे मदकू द्वीप बिलासपुर से करीब 20 रायपुर राष्ट्रीय राजमार्ग के निकट हरिहर केदारनाथ मंडूक ऋषि का का तपस्थली था फलस्वरूप इस तपस्थली का नाम कालांतर में मदकू द्वीप के रूप जाना जा रहा है जहां खुदाई में अनवरत रूप से देवी देवताओं की मूर्तियों के साथ पाषाण कालीन चित्र कला व लिपियों के दर्शन होते है। सरकार से उम्मीद की जा रही है शीघ्र ही इस स्थल को पर्यटन के मानचित्र पर लाकर इसके विकास के लिए शीघ्र ही समोचित व समयोचित पहल करेगी।
