नेता नहीं बेटा चाहिए





शक्ति जिला के जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 1 में एक नारा बहुत जोरों से काम कर रहा है कि नेता नहीं बेटा चाहिए। ज्ञात की नवीन जिला शक्ति में पहले जिला पंचायत चुनाव में क्षेत्र क्रमांक 1 को अनारक्षित घोषित किया गया जिसमें कई दिग्गज नेता अपने ताल ठोक रहे हैं परंतु उसमें युवा आयुष शर्मा अन्नपूर्णा पहली बार अपने जिंदगी का राजनीतिक कदम रख रहे हैं पहली बार में ही उन्होंने अपनी शानदार उपस्थिति दर्ज की है दो पत्ती छाप से निर्दलीय मैदान में उतरे आयुष शर्मा अन्नपूर्णा लगातार क्षेत्र के अंतिम व्यक्ति तक अपनी पहुंच बनाने में कामयाब हुए हैं और जन-जन के बीच एक नारा बहुत जोरों से उठ रहा है कि नेता नहीं बेटा चाहिए और बेटे के रूप में लोग आयुष शर्मा अन्नपूर्णा को अपना बेटा मानकर उसकी शानदार स्वागत और अभिनंदन कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि अनेकों बार लोगों ने नेता के तौर पर कई प्रतिनिधि चुने हैं परंतु 5 साल में सिर्फ एक बार मुंह दिखाकर वह गायब हो जाता है उन्हें विश्वास है कि आयुष शर्मा हमेशा उनकी बात सुनेंगे और विकास की राह उनके लिए आसान होगी। जिला पंचायत के क्षेत्र क्रमांक एक में क्षेत्र की युवा सिर्फ और सिर्फ आयुष शर्मा का नाम ले रहे हैं बल्कि महिला और बुजुर्ग कभी आयुष शर्मा के समर्थन में पूरे जोशो खरोश से सामने आ रहे हैं और बोल रहे हैं कि नेता नहीं बेटा चाहिए।
