आर्यन खान की जमानत के बाद भी खुश क्यों नहीं है शाहरुख
दरअसल मामला यह है कि कि बंबई हाईकोर्ट ने भले ही आर्यन खान को जमानत दे दी हो परंतु जमानत के लिए जो शर्तो हैं शायद वह शाहरुख खान को परेशान कर रही हैं शर्तो के अनुसार जरा सी भी चूक हुई तो आर्यन खान को दोबारा जेल की हवा खानी पड़ेगी
आर्यंन खान को ज़मानत तो मिल गई, लेकिन इसके लिए जो शर्तें लगाई हैं, वो किसी हाउस अरेस्ट से कम नहीं है। ये सभी एनसीबी की मांग पर लगाई गई हैं। शर्तों के मुताबिक आर्यन खान दोबारा इस अपराध में पकड़े गए, तो मुसीबतें बढ़ेंगी। आर्यन ख़ान व्यक्तिगत रूप से या किसी के माध्यम से गवाहों को प्रभावित करने का प्रयास करते हैं और सबूतों के साथ छेड़छाड़ करते हैं, तो उनके लिए अच्छा नहीं होगा। उन्हें अपना पासपोर्ट न्यायालय में जमा करना होगा। इतना ही नहीं, आर्यन को मीडिया से बात करने की इजाजत भी नहीं है, चाहें वो प्रिंट हो, डिजिटल या ब्रॉडकास्ट। आर्यन बिना इजाजत के किसी भी विशेष यात्रा पर नहीं जा सकते हैं।
जिस प्रकार एक बदमाश प्रत्येक सप्ताह पुलिस स्टेशन में हाजिरी लगाने को मजबूर होता है, ठीक उसी तरह प्रत्येक शुक्रवार को आर्यन खान को एनसीबी के समक्ष अपनी उपस्थिति दर्ज करानी होगी। आर्यन खान को एनसीबी के अधिकारियों के साथ जांच में पूर्ण सहयोग करना ही होगा। केस के मामले में उन्हें किसी भी तरह का विलंब करने का अधिकार नहीं होगा। ये वो शर्तें हैं जिनका पालन आर्यन खान को करना ही होगा, यदि ऐसा नहीं किया तो एक शर्त ये भी है कि आर्यन खान की ज़मानत याचिका रद्द करने के लिए NCB पुनः न्यायालय में याचिका लगा सकती है।
संभवत यही कारण है कि शाहरुख खान अपने बेटे के बाहर आने पर खुश तो हैं, लेकिन उसके भविष्य को लेकर असहज भी है, क्योंकि वो एक तरह से हाउस अरेस्ट की स्थिति में है, जो कब पुनः जेल चला जाए कोई भरोसा नहीं।