शासन की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक – “चिरायु”
से बदल रही जिंदगी





लक्ष्मी नारायण लहरे
कोसीर। शासन की महत्वपूर्ण योजनाओं में से एक सबसे अच्छी योजना है चिरायु योजना , जिसे राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के नाम से भी जाना जाता है। इसके तहत 0 से लेकर 18 साल तक के समस्त बच्चों का किसी भी प्रकार के बीमारियों का इलाज किया जाता है । ये राज्य के हर एक ब्लॉक के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में संचालित है जिसमे डॉक्टर्स, फार्मासिस्ट, ए0एन0एम0 व लैब टेक्नोलोजिस्ट की टीम होती है। जिनके द्वारा समस्त शासकीय स्कूलों व आंगनबाड़ी केंद्रों के बच्चों की जांच व समुचित इलाज तथा ऑपरेशन तक की व्यवस्था की जाती है वो भी निःशुल्क।
इसी के क्रियान्वयन में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सारंगढ की चिरायु के अधिकारी डॉ0 प्रभुदयाल खरे, डॉ0 नम्रता, डॉ0 प्रभा एवम मि0योगेश चन्द्रा फार्मासिस्ट) के द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण निरन्तर जारी है जिसमे चिन्हित बच्चों की आवश्यकता नुसार सी0एच0सी0 स्तर पर जांच, रक्त परीक्षण, एक्स-रे पश्चात उन्हें उच्चस्तरीय इलाज व ऑपरेशन हेतु मेडिकल कॉलेज रायगढ़ व रायपुर रिफर किया गया।

जिसमें- यूसुफ राज 6वर्ष छर्रा, कृतिका महिलाने 6वर्ष चुरेला, निकेत सिदार 9वर्ष भेड़वन, अमन खूंटे 9वर्ष छर्रा, (जन्मजात हृदय रोग जिन्हें मेडिकल कॉलेज रायपुर), नीलू लक्ष्में 9 वर्ष छर्रा (सिंडक्टिली – जन्मजात अंगुलियों का न बना होना, जिसे कालड़ा अस्पताल रायपुर), यदिती महिलाने 8वर्ष चुरेला ( न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट- मेनिंजोमायलोसिल, जिसे मेडिकल कॉलेज रायगढ़), विवेक टण्डन 11वर्ष जिल्दी ( ऑरल अट्रेसिया – बायां कान, जिसे मेडिकल कॉलेज रायगढ़ ई0एन0टी0 सर्जन) के पास रिफर किया गया है।
इन सबका इलाज/ ऑपरेशन चिरायु योजना से होगा। ये राष्ट्रीय कार्यक्रम – खण्ड चिकित्सा अधिकारी डॉ0 सिदार, डॉ0 घृतलहरे सर, डॉ0 साय सर, डॉ0 मनहर सर,बी0पी0एम0 श्री जायसवाल जी व जिला नोडल डॉ0 योगेश पटेल के कुशल नेतृत्व में सम्पन्न हो रहा है।
