विनेश की सफलता बृजमोहन शरण सिंह के मुंह पर तमाचा –महावीर सिंह फोगाट।
विनेश फोगाट ने 50 किलोग्राम वर्ग के फाइनल में पहुंच रचा इतिहास, रजत पदक पक्का गोल्ड की आस।
पेरिस ओलंपिक के 50 किलोग्राम वेट कैटिगरी के फाइनल मैं पहुंची भारतीय रेसलर दिनेश फोगाट ने भारत के लिए पदक पक्का कर लिया है दिनेश की इस सफलता को विनेश की इस सफलता को उसके चाचा महावीर सिंह फोगाट ने पूर्व सांसद बृजमोहन शरण सिंह के मुंह पर तमाचा बताया है। भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष रहे बृजमोहन शरण सिंह ने एक समय विनेश फोगाट को खोटा सिक्का बताया था, विनेश फोगाट उसे समय भी विवादों में आई जब महिला रेसलरो के लिए उन्होंने धरना प्रदर्शन किया था।
पिछले ओलंपिक में कमजोर प्रदर्शन के बाद बृजमोहन शरण सिंह ने उन्हें खोटा सिक्का करार दिया था परंतु इस ओलंपिक में उन्होंने इतिहास रचते हुए 50 किलोग्राम वर्ग के फाइनल में जगह बनाने वाली पहले महिला बन गई। विनेश अगर फाइनल में जीतती है तो स्वर्ण पदक अन्यथा रजत पदक तो उनका पक्का हो ही चुका है। फाइनल तक के अपने सफ़र में उन्होंने कई इतिहास रचे जिसमें जापान की डिफेंडिंग ओलंपिक चैंपियन यूई सुसाकी को पराजित किया जो आज तक जापान के अलावा और किसी भी देश के खिलाड़ी से पराजित नहीं हुई थी पिछले 82 मुकाबले लगातार उन्होंने जीते थे सुसाकि के लगातार 82 मैचों से चले आ रहे विजय रथ को विनेश ने अपने दांव से रोक दिया।